MBG-004 Assignment: सभी उत्तरों की लिंक
यहाँ पर MBG-004 (अक्षरब्रह्म एवं राजविद्यायोग) पाठ्यक्रम के सभी प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं। प्रत्येक उत्तर सरल भाषा में और 600+ शब्दों में लिखा गया है ताकि विद्यार्थी इसे आसानी से समझ सकें।
गीता में ज्ञान-विज्ञान के स्वरूप को विस्तृतत रूप से स्पष्ट कीजिए।
गीता के अनुसार पूज्य के स्वरूप पर विस्तृत लेख लिखिए।
अप्रकट एवं प्रकृति पर विस्तृत से लिखिए।
गीता के अनुसार भगवान की सर्वव्यापकता के स्वरूप को स्पष्ट कीजिए।
विश्व एवं मानवता पर प्रकाश डालिए।
गीता के अनुसार भक्ति और ज्ञान की समन्वय की विस्तृत से स्पष्ट कीजिए।
विद्या के स्वरूप पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
गीता में वर्णित ईश्वर की सत्तता पर संक्षेप में लिखिए।
गीता के अनुसार ओम्कार का स्वरूप पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
योगिनी विद्या और गीतामृत का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
