मध्य युग के प्रगतिशील रचनाकार के रूप में कबीर का मूल्यांकन कीजिए।
प्रस्तावना कबीर हिंदी साहित्य के भक्ति काल के प्रमुख कवियों में से एक हैं। वे समाज सुधारक, संत और विचारक थे। मध्य युग में जब समाज धार्मिक आडंबर, जातिवाद और सामाजिक विषमता से ग्रस्त था, तब कबीर ने अपने दोहों और पदों के माध्यम से एक प्रगतिशील चेतना का संचार किया। इस निबंध में हम […]
मध्य युग के प्रगतिशील रचनाकार के रूप में कबीर का मूल्यांकन कीजिए। Read More »