गीता के अनुसार पूज्य के स्वरूप पर विस्तृत लेख लिखिए।

परिचय भगवद्गीता में श्रीकृष्ण ने जीवन के प्रत्येक पक्ष को स्पष्ट रूप से समझाया है। ‘पूज्य’ का अर्थ होता है – जो पूजनीय हो, अर्थात् जिसे आदर, श्रद्धा और समर्पण के साथ पूजा जाए। गीता में पूज्य के स्वरूप की चर्चा करते समय श्रीकृष्ण ने बताया कि ईश्वर ही सर्वपूज्य है, क्योंकि वह सर्वव्यापी, सर्वज्ञ […]

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