गीता में आत्मनियंत्रण की आवश्यकता को स्पष्ट कीजिए।
परिचय भगवद्गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की श्रेष्ठ कला सिखाने वाला दर्शन है। इसमें आत्मनियंत्रण या आत्मसंयम को आध्यात्मिक, नैतिक और सामाजिक उन्नति के लिए अत्यंत आवश्यक बताया गया है। श्रीकृष्ण ने अर्जुन को युद्ध भूमि में आत्मनियंत्रण की आवश्यकता समझाई, जो आज के हर मानव के लिए भी उतनी ही […]
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