बिहारी की कविता में चित्रित संयोग और वियोग श्रृंगार का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।
प्रस्तावना बिहारी लाल हिंदी रीति काल के सर्वश्रेष्ठ कवियों में गिने जाते हैं। उन्होंने ‘सतसई’ नामक काव्य रचना के माध्यम से श्रृंगार रस को अभूतपूर्व ऊँचाई प्रदान की। उनकी कविता का प्रमुख विषय श्रृंगार है, जिसमें संयोग और वियोग दोनों पक्षों का सुंदर चित्रण मिलता है। इस निबंध में हम बिहारी की कविता में संयोग […]
बिहारी की कविता में चित्रित संयोग और वियोग श्रृंगार का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए। Read More »